भजन: बांके बिहारी मुझे देना सहारा
बांके बिहारी मुझे देना सहारा ।
कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा ।।
तेरे सिवा दिल में समाए ना कोई ।
लगन का यह दीपक भुजाये ना कोई ।।
तू ही मेरी कस्ती तू ही है किनारा ।
कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा ।।
बांके बिहारी मुझे देना सहारा…
तेरे रास्ते से हटाती है दुनिया ।
इशारों से मुझको भूलती है दुनिया ।।
देखो ना हरगिज मैं दुनिया का इशारा ।
कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा ।।
बांके बिहारी मुझे देना सहारा…
तेरे नाम का गान गाता रहूं मैं ।
सुबह शाम तुझको रिझाता रहूं मैं ।।
तेरा नाम मुझको है प्राणों से प्यारा ।
कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा ।।
बांके बिहारी मुझे देना सहारा…
बड़ी भूल की जो मैं दुनिया में आया ।
मूल भी खोया और ब्याज भी खोया ।।
दुनिया में मुझको ना भेजो ना दोबरा ।
कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा ।।
बांके बिहारी मुझे देना सहारा…
बांके बिहारी मुझे देना सहारा ।
कहीं छूट जाए ना दामन तुम्हारा ।।