Raat Sakhi Sapne Main
रात सखी सपने में आये नंदलाल ।
और थाम के कलाई मेरी कर दियो कमाल ।।
लाज की है बात हाथ गात सो लगात ।
खेंच फ़रिया मोरी बारी सी उमरिया थरा थरा गयी ।।
तान के बजाई बैन नैन सो मिलाये नैन ।
मुख सो कछु कहूँ कछु निक से हरबरा गयी ।।
मै तो बहुत बरजी पर मान्यो ना […]