भजन: श्याम तेरी बंसरी बजने लगी
श्याम तेरी बंसरी बजने लगी ।
सारी सारी रात मैं तो जगने लगी ।।
बंसी बजा के मेरा मन कर लियाँ ।
तेरी बांसुरी ने कैसा जादू किया ।।
यमुना किनारे मैं तो आ गई सांवरियां ।
श्याम तेरी बंसी बजने लगी ।।
यमुना किनारे पे श्याम आ गया ।
आँखों में मेरे सरूर छा गया ।।
क्यों की श्याम तेरी बंसी बजने लगी ।
दुनिया गिरी तो मैंने सारी तोड़ दी ।
तेरे संग श्याम मैंने प्रीत जोड़ ली ।।
तेरे नाम की चदरिया ओड ली ।
क्यों की श्याम तेरी बंसी बजने लगी ।।