भजन: दरबार में राधा रानी के
दरबार मे राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते है।
दुनिया के सताए लोग यहा सिने से लगाए जाते है।।
दरबार में राधा रानी के….
संसार सही रहने को यहा, दुख ही दुख है सहने को यहा।
भर भर के प्याले, अमृत के, भर भर के प्याले, अमृत के यहा रोज पिलाए जाते है।।
दरबार में राधा रानी के….
पल पल में आस निरास भई, दिन दिन भटकी पल पल रहती।
दुनिया जिनको, दुनिया जिनको, ठुकरा देती, वो गोद बिताए जाते है।।
दरबार में राधा रानी के…
जो राधा राधा कहते है, वो प्रिया शरण में रहते है।
करती है कृपा,करती है कृपा, ब्रषभानुसूता, वही महल बुलाये जाते है।।
दरबार में राधा रानी के…
वो कृपामई कहलाती है, रसिको के मन को भाती है।
दुनिया में जो,दुनिया में जो, बदनाम हुए, पलाको पे बिताएँ जाते है।।
दरबार में राधा रानी के…
दरबार मे राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते है।
दुनिया के सताए लोग यहा सिने से लगाए जाते है।।
दरबार में राधा रानी के….