श्री रंग नाथ जी मंदिर वृंदावन
वृन्दावन स्थित दक्षिण भारतीय शैली पर निर्मित ब्रज के प्रमुख श्री रंग मंदिर में श्री गोदरंगमनार भगवान राधा और कृष्ण के रूप में विराजमान हैं। इस मंदिर का निर्माण मथुरा के सेठ श्री लक्ष्मी चंद, श्री राधाकृष्ण एवं श्री गोविंद दास द्वारा श्री रंगदेशिक स्वामी जी के प्रेणना से किया गया। इस मंदिर में दो प्रकार की मूर्ति विराजमान हैं। एक अचल विग्रह जो पासाण से निर्मित है, दूसरा सवारी विग्रह हैं जो अष्टधातु से निर्मित है। मंदिर की भोगराग की सेवा दक्षिण भारतीय ब्रामण द्वारा की जाती है।
मुख्य विग्रह के अलावा श्री राम लक्ष्मण जानकी से शेषशायी विष्णु भगवान एवं हनुमान जी का विग्रह अगल अलग मंदिर में विराजमान हैं। इस मंदिर में एक स्वर्ण स्थम एवं सोने चांदी के सवारी वाहन (मंदिर के अभिलेखों के अनुसार) विराजमान है। जिनका दर्शन टिकट लेकर किया जा सकता है। मंदिर की बहार की परिक्रमा में एक विशाल तालाब जिसे पुष्करणी कहते हैं,स्थिति हैं। यहाँ प्रमुख रूप से चेत्र मास में रथ का मेला(ब्रम्हमोत्सव), श्रावण माह में झूलन उसत्व तथा गजेन्द्र मोक्ष लीला, भादों में लट्ठा का मेला,नोक बिहार तथा दीपावली के पश्चात अन्नकूट का प्रमुख आदि के प्रमुख दर्शनीय हैं।
मंदिर के प्रवेश द्वार पर लकड़ी का एक विशाल रथ स्थित हैं। इस मंदिर को आवश्यक वय के लिए धन राशि भी सरकार द्वारा दी जाती हैं। यह मंदिर सार्वजनिक ट्रस्ट द्वारा संचालित है।