Sunie Vinay Guru, Deen Hrday Kee

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Shri Banke Bihari Ji Darshan Vrindavan Mathura
Shri Banke Bihari Ji Darshan Vrindavan Mathura

सुनिए विनय गुरु, दीन हृदय की

चरण में रखना, शरण में रखना। हरदम तेरी ही लगन में रखना।।
सुख के उजाले हों, दु:ख के अँधेरे। जो भी हो हरदम, मगन में रखना।।
साँसों की माला, सिमरण के मोती। मन नहीं भटके, जपन में रखना।।
पलकें जो मूंदूँ, तेरे हों दर्शन। हरदम इसी, तड़पन में रखना।।
शून्य गगन में, दृष्टि न डोलै। धारों को ऐसे, मिलन में रखना।।
गुरु तू पुकारे, नित धुर घर से। तार न छूटे, भजन में रखना।।
सुनिए विनय गुरु, दीन हृदय की । “दास” को अपनी, शरण में रखना।।
जय जय श्री राधे कृष्णा। जय जय श्री राधे श्याम।।

बोलिये वृन्दावन बिहारी लाल की जय।
जय जय श्री राधे।
श्री राधा- कृष्ण की कृपा से आपका दिन मंगलमय हो।
श्री कृष्ण शरणम ममः

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