फाग खेलन बरसाने आये है नटवर नन्द किशोर
फाग खेलन बरसाने आये है नटवर नंदकिशोर
नटवर नंदकिशोर, नटवर नंदकिशोर
फाग खेलन बरसाने आये है नटवर नंदकिशोर
घेर लायी सब गली रंगीली, छाई रही सब छठा छविली
जिन ढोल मर्धंग बजाये है, बंसी की घनघोर
फाग खेलन बरसाने आये है नटवर नंदकिशोर