भजन: जो सबकी चिंता दूर करे
जो सबदी चिंता दूर करे, ओ चिंतपूर्णी।
जो सब दे संकट आप हरे, ओ चिंतपूर्णी।।
जय जय माँ, जय जय माँ……..
जो सब नू गले लगाउंदी ए, डिगिया नू आप उठाउंदी ए।
जो सब दे कष्ट मिटाउँदी ए, जो सब दी आस पुचाउंदी ए।।
जो सबना दे भंडार भरे, ओ चिंतपूर्णी।
जो सब दे संकट आप हरे, ओ चिंतपूर्णी।।
जो सबदी चिंता दूर करे, ओ चिंतपूर्णी……
एह्दे दर ते कोई थोड़ नहीं, एहतो मंगन दी भी लोड़ नहीं।
एह्दे वरगा कोई होर नहीं, एथे चलदा किसे दा ज़ोर नहीं।।
जिथो महाकाल भी आप डरे, ओ चिंतपूर्णी।
जो सब दे संकट आप हरे, ओ चिंतपूर्णी।।
जो सबदी चिंता दूर करे, ओ चिंतपूर्णी……
एह भगता दी रखवाली ए, ऐहदी जग तो शान निराली ए।
ए मईया भोली भाली ए, ए त्रिलोकी दी बाली ए।।
जेहड़ी जग नू नूरो नूर करे, ओ चिंतपूर्णी।
जो सब दे संकट आप हरे, ओ चिंतपूर्णी।।
जो सबदी चिंता दूर करे, ओ चिंतपूर्णी……
तेरे दर ते संगता आईया ने, श्रद्धा दी भेंट लेआईया ने।
माँ किसे नू खाली मोड़ी ना, चंचल दे दिल नू तोड़ी ना।।
जेहड़ी सूखा नाल भरपूर करे, ओ चिंतपूर्णी।
जो सब दे संकट आप हरे, ओ चिंतपूर्णी।।
जो सबदी चिंता दूर करे, ओ चिंतपूर्णी……