310, 2020

Mansi Ganga Kund Govardhan

मानसी गंगा गोवर्धन
मानसी गंगा गोवर्धन गाँव के बीचो बीच में स्थित है। परिक्रमा करने के मार्गे में दायीं और पड़ती है और पूंछरी से लौटने पर बायीं और इसके दर्शन होते हैं।

जिस समय गोवर्धन गिरिराज जी महाराज जी की पूजा अर्चना सभी बृजवासी, भगवान श्री कृष्ण जी के कहने पर करने को तैयार हुए। तो वहां पर सभी ब्रज वासियों ने कन्हैया जी से कहा, लाला इतने बड़े लंबे चौड़े […]

609, 2020

Puchri ka Lota Temple Govardhan

पूंछरी का लोठा मंदिर गोवर्धन
श्रीकृष्ण के श्रीलोठाजी नाम के एक मित्र थे। श्रीकृष्ण ने द्वारिका जाते समय लौठाजी को अपने साथ चलने का अनुरोध किया। इसपर लौठाजी बोले- हे प्रिय मित्र ! मुझे ब्रज त्यागने की कोई इच्छा नहीं हैं।परन्तु तुम्हारे ब्रज त्यागने का मुझे अत्यन्त दु:ख हैं। अत: तुम्हारे पुन: ब्रजागमन होने तक मैं अन्न-जल छोड़कर प्राणों का त्याग यही कर दूंगा। जब तू यहाँ लौट आवेगा, तब मेरा […]

2006, 2020

Sharirik Sukh Mein Lipt Manushya ki Gati

नदी में हाथी की लाश बही जा रही थी। एक कौए ने लाश देखी तो प्रसन्न हो उठा, तुरंत उस पर आ बैठा। यथेष्ट मांस खाया। नदी का जल पिया। उस लाश पर इधर-उधर फुदकते हुए कौए ने परम तृप्ति की डकार ली। वह सोचने लगा, अहा! यह तो अत्यंत सुंदर यान है, यहां भोजन और जल की भी कमी नहीं। फिर इसे छोड़कर अन्यत्र क्यों भटकता फिरूं?

कौआ नदी के […]

705, 2020

Ahoi Ashtami Pujan Vidhi & Vrat Katha in Hindi

अहोई अष्‍टमी का महत्‍व
अहोई अष्टमी व्रत का दिन दिवाली पूजा से लगभग आठ दिन पहले और करवा चौथ के चार दिन बाद पड़ता है। करवा चौथ के समान, अहोई अष्टमी उत्तर भारत में अधिक लोकप्रिय है। इस दिन को अहोई आठें के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि अहोई अष्टमी का व्रत अष्टमी तिथि के दौरान किया जाता है जो महीने का आठवां दिन होता है।

करवा चौथ की तरह […]

305, 2020

Ganga Jayanti and Katha of Ganga Saptami

गंगा जयंती और गंगा सप्तमी की कथा
गंगा जयंती: भोलेनाथ की जटाओं में आज के ही दिन पहुंचीं थी गंगा इसलिए तो उनका एक नाम है गंगाधर – गंगा जी को धारण करने वाले …
श्री गंगा सप्तमी: भागीरथी मां गंगा जी की उत्पत्ति की प्राचीन कथाएं…
प्राचीन शास्त्रों के अनुकूल वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को भागीरथी मां गंगा स्वर्ग लोक से शंकर भगवान की जटाओं में पहुंची थी। […]

2804, 2020

Krishna Balaram Mandir, Iskcon Temple Vrindavan

इस्कॉन मंदिर वृंदावन
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस की स्थापना भक्तिवेदांत स्वामी श्री प्रभुपाद द्वारा व्यक्तिगत रूप से 1975 में की गई थी। इस्कॉन मंदिर का उद्देश्य मानव जाति की सामान्य भलाई के उत्थान के लिए है। यह पवित्र भगवद गीता और वैदिक धर्मग्रंथों के संदेश का प्रचार करता है, जो व्यक्तियों को स्पष्ट  संदेश देता है। इस आंदोलन का मुख्य सार लोगों को हिंदू धर्म के पारंपरिक सिद्धांतों के आधार […]

2604, 2020

Akshaya Tritiya Date, Puja Vidhi, Muhurat, Mantra, Katha in Hindi

कब होती है अक्षय तृतीया?
अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला बेहद भाग्यशाली दिन माना गया है।
जानिए अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त
वैसे तो बाकी सभी दिन का कोई न कोई शुभ/अशुभ मुहूर्त होता है लेकिन अक्षय तृतीया एक ऐसा समय है जो सभी प्रकार की इच्छा पूर्ण करने वाला दिन माना गया है, जिसमें किसी भी मुहूर्त की ज़रूरत नहीं पड़ती है। अक्षय […]

1804, 2020

Bansuri ki Vyatha Katha

बाँसुरी की व्यथा कथा

एक बार बांसुरी से गोपियों ने पूछा तुम कान्हा के इतनी निकट कैसे पहुँच गयी ?

“री बांसुरी, तू श्री कृष्ण के होठों से कैसे चिपक गयी, जब भी हम देखते हैं तो या तो वो तेरे को अपनी कमर में रखते हैं या फिर अपने सुन्दर अधरों में तुझे कभी खुद से अलग ही नहीं करते ?”

बांसुरी ने कहा “सुनों बहना, मैं तो बासों के झुण्ड […]

903, 2020

Govardhan Parikrama ka Mahatva

इस कलियुग में गोवर्धन गिरिराज जी महाराज की परिक्रमा बहुत ही महत्वपूर्ण मानी गई है। गिरिराज गोवर्धन की परिक्रमा श्रद्धालुओं के सभी मनोरथों को पूर्ण करने वाली होती है। गोवर्धन पर्वत को योगेश्वर भगवान कृष्ण का साक्षात स्वरूप माना गया है।

श्रीमद् भागवत में स्वयं गोपियों ने भी कहा है :- हंतारमद्रिरबलाहरिदास वर्यो यानी श्री गोवर्धन गिरिराज जी के जैसा भक्त आज तक कोई नहीं हुआ यही सर्वश्रेष्ठ एकमात्र भक्त हैं।

तभी […]

2902, 2020

Mahimamayi Brij Mandal

महिमामयी ब्रजमण्डल
भगवान श्री कृष्ण कहते हैं
मेरे प्यारे मित्र, सखा, बंधु बृजवासियो में आप सभी को ये वचन देता हूं कि ब्रज को छोड़कर में कहीं नहीं जाऊंगा। अगर जाना भी पड़ा तो अनेकों रूपों में चला जाऊंगा लेकिन आपका कृष्ण कन्हैया आपके ही पास रहूंगा।
ब्रज तज अंथ न जायहों, ये हैं मेरे टेक।
भूतल भार उतारहों, धरयों रूप अनेक।
हे मेरे प्यारे ब्रजवासी, मित्र – सखायों आप सब हमेशा मेरे जीवन […]

2902, 2020

Brij Chaurasi Kos Parikrama Visheshtayen

ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा विशेषताएं
ब्रज चौरासी कोस पूर्ण रूप में श्रीराधाकृष्ण की लीला विहार का सर्वोच्च और सर्वश्रेष्ठ स्थान है। जिसकी प्रदक्षिणा करने में परम सुख प्राप्त होता है। ब्रजमंडल में स्नान, दान, जप, पाठ, आराधना तथा निवास करने पर गोलोक धाम की प्राप्ति होती है। भगवान श्री कृष्ण ने अपने माता-पिता नंद यशोदा के आग्रह पर जगत के समस्त तीर्थों का आवाहन करके चौरासी कोस क्षेत्र के अंदर स्थापित […]

2902, 2020

Brijdham Ki Parikrama Kyu ?

बृजधाम की परिक्रमा क्यों ?

हमारे भारत देश की पवित्र भूमि ब्रज का स्मरण करते ही हृदय प्रेम रस से सराबोर हो जाता है, एवं श्री कृष्ण के बाल रूप की छवि मन-मस्तिष्क पर अंकित होने लगती है। ये ब्रज की महिमा है की सभी तीर्थ स्थल भी ब्रज में निवास करने को उत्सुक हुए थे एवं उन्होने श्री कृष्ण से ब्रज में निवास करने की इच्छा जताई। ब्रज की महिमा […]

2802, 2020

Braj Yatra ka Sankshipt Parichay

ब्रज यात्रा का संक्षिप्त परिचय
श्री गिरिराज वास में पाऊ, ब्रज तज बैकुंठ ना जाऊं।

प्रिय भगवत प्रेमी वैष्णव जन, सस्नेह राधे राधे!

एक बार श्री नंद बाबा एवं यशोदा जी ने अपने लाड़ले पुत्र श्री कृष्ण से कहा कि हम विश्व के सभी तीर्थों के दर्शन करना चाहते हैं। मातृ पितृ भक्त श्री कृष्ण ने विश्व के सभी तीर्थों को ब्रज चौरासी कोस में बुलाकर स्थापित कर दिया तभी से विश्व के […]

2102, 2020

Shri Gopeshwar Mahadev Temple Vrindavan

श्री गोपेश्वर महादेव मंदिर वृन्दावन
भगवान् शिव से बड़ा कोई श्री विष्णु का भक्त नहीं, और भगवान् विष्णु से बड़ा कोई श्री शिव का भक्त नहीं है। इसलिए भगवान् शिव सबसे बड़े वैष्णव और भगवान विष्णु सबसे बड़े शैव कहलाते हैं।

9 साल के छोटे बाल रूप में जब श्री कृष्ण ने वृंदावन में महारास का उद्घोष किया तो पूरे ब्रह्माण्ड के तपस्वी प्राणियों में भयंकर हल चल मच गयी कि काश […]

1402, 2020

Braj Chaurasi Kos Yatra Darshan Non AC Booking

Non AC, 8 Days, 11,100 Rs ( Per Person )
Guest House / Standard Hotel
Traditional Breakfast, Lunch and Dinner
Tour via CarPayment Policy
Advance Booking Fee 1000/-Contact Us for More Details
+91 817-894-4607

यात्रा श्रीधाम गोवर्धन से आरंभ होगी एवं रात्रि विश्राम भी प्रतिदिन गोवर्धन में ही रहेगा।
समस्त यात्रियों को दिये हुये समय पर दोपहर 12 बजे तक गोवर्धन जिला मथुरा अवश्य पहुंच जाना चाहिए।
यात्रा प्रतिदिन प्रातः काल 6:00 […]

1302, 2020

Braj Chaurasi Kos Yatra Darshan AC Booking

AC, 8 Days, 12100 Rs ( Per Person )
Guest House / Standard Hotel
Traditional Breakfast, Lunch and Dinner
Tour via Ac Car
Contact Us for More Details
+91 817-894-4607

यात्रा श्रीधाम गोवर्धन से आरंभ होगी एवं रात्रि विश्राम भी प्रतिदिन गोवर्धन में ही रहेगा।
समस्त यात्रियों को दिये हुये समय पर दोपहर 12 बजे तक गोवर्धन जिला मथुरा अवश्य पहुंच जाना चाहिए।
यात्रा प्रतिदिन प्रातः काल 6:00 बजे बालभोग (नाश्ता) के […]

702, 2020

Mathura Vrindavan Barsana And Duaji Holi Festival Dates 2022

मित्रों ब्रज की विश्व व्यख्यात् लठामार होली का ढाडा बसंत पंचमी को गढ गया है। बसंत पंचमी से पुर ब्रज में होली महोत्सव शुरू हो चुका है। ब्रज के समस्त मन्दिरों में और ब्रज के गाँवों में व समस्त ब्रज में होली का रंग बरसना शुरू हो चुका है। पुरे विश्व में होली की शुरूआत ब्रज के बाबा बृषभानु के निज गाँव बरसाना से शुरू होती है जो अनन्तों ब्रह्माण्डों […]

2101, 2020

Dauji ka Huranga Images, Videos and Dates

विश्व विख्यात ब्रजराज ठाकुर श्री दाऊ जी महाराज मन्दिर बल्देव मथुरा बृजमण्डल के होली महोत्सव हुरंगा मे दिनांक 20 मार्च 2022 को प्रातः काल 11 बजे आप सभी सपरिवार सादर आमंत्रित है धन्यवाद जय दाऊ दादा की
मेरो दाऊ बड़ो अलबेलों री जि तौ होरी में खेले हुरंगा
दाऊजी का विश्व विख्यात हुरंगा 20 मार्च 2022
मथुरा जिला मुख्यालय से 21 km पर है भगवान् कृष्ण के बड़े भाई श्री दाऊजी महाराज की […]

2212, 2019

Mor Kutir Temple Barsana

मोर कुटीर मंदिर बरसाना
बरसाने के पास एक छोटा सा स्थान है मोर-कुटीर। मोर कुटीर मंदिर लाल ईंटओ से बनाया गया है। जिसमें खिड़किया नहीं है। मोर कुटीर मंदिर, कुशाल बिहारी मंदिर और लाडली जी के मंदिर के नजदीक है। मोर कुटीर मंदिर मैं भगवन श्री कृष्णा की एक तस्वीर है जिसमें भगवन श्री कृष्णा मोर की तरह नृत्य कर रहे है। इसी मंदिर मैं भगवन श्री कृष्ण और मोर बीच […]

312, 2019

Govardhan Parvat Ki Parikrama Kyu ?

गोवेर्धनजी पर्वत की परिक्रमा क्यों ?
श्रीकृष्ण जी ने गोवर्धन पर्वत को “भगवान का रूप” बताया और देवराज इन्द्र के स्थान पर उनकी पूजा करने के लिये सभी को आज्ञा दी। आज भी गोवर्धन पर्वत चमत्कारी है और वहां जाने वाले हर व्यक्ति की सभी इच्छायें पूर्ण होती हैं। गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने वाले व्यक्ति के जीवन में कोई कमी नहीं आती, क्योंकि वहां ईश्वर की कृपा होती है।

श्री गोवर्धन […]