Jab Bhagwan Bane Bhakt Ke Sakshi Katha Shri Sakshigopal Ji
जब भगवान बने भक्त के साक्षी कथा श्री साक्षीगोपाल जी
ईश्वर है या नहीं इस विषय पर आज भी तर्क-वितर्क होते रहते हैं। जो मानते हैं कि ईश्वर है उनके लिए उनका निराकार रूप भी उतना ही महत्व रखता है, जितना कि ईश्वर का साकार रूप। इसलिए ईश्वर को हर हाल में मानने वालों को आस्तिक और उन्हें न मानने वालों को नास्तिक कहते हैं। ऐसे कुछ आस्तिक भक्तों का […]
Girdhari Bhi Nahi Taal Sakte Guru Ki Baat
गिरिधारी भी नही टाल सकते गुरू की बात
वृंदावन के एक आश्रम मे एक संत के पास कुछ शिष्य रहते थे, उनमे से एक शिष्य मंद बुद्धि का था। गुरु देव ने सभी शिष्यों को बुलाया और सभी से कहा आप सभी एक माहा के लिए ब्रज मे अलग-अलग स्थान पर जाकर रहने की आज्ञा दी और मंद बुद्धि से भी बरसाने में जाकर रहने को कहा। मंद बुद्धि शिष्य […]
Ram Naam ki Mahima Aur Pretaraj
राम नाम की महिमा और प्रेतराज
एक संत महात्मा श्यामदासजी रात्रि के समय में भगवान “श्रीराम” नाम का अजपाजाप करते हुए अपनी धुन में चले जा रहे थे। जाप करते हुए एक घने जंगल में से गुज़र रहे थे। संत श्यामदासजी विरक्त होने के कारण बार-बार देशाटन करते रहते थे। वे किसी एक स्थान पर अधिक समय नहीं रहते थे। वे इश्वर नाम प्रेमी थे। इस कारण दिन-रात उनके श्रीमुख से […]
Jaaniye Puran Kya Hai Aur Kitne Hain Puranon Ki Sankshipt Janakari
जानिए पुराण क्या है और कितनी है पुराणों की संक्षिप्त जानकारी
मित्रों, आज हम सभी अट्ठारह पुराणों के कुछ पहलुओं को संक्षिप्त में समझने की कोशिश करेंगे, पुराण शब्द का अर्थ ही है प्राचीन कथा, पुराण विश्व साहित्य के सबसे प्राचीन ग्रँथ हैं, उन में लिखित ज्ञान और नैतिकता की बातें आज भी प्रासंगिक, अमूल्य तथा मानव सभ्यता की आधारशिला हैं, वेदों की भाषा तथा शैली कठिन है, पुराण उसी ज्ञान […]
Mahadev Ji Ke Pipplad Avatar Ki Pooja Se Door Hota Hai Shani Dosh
महादेव के पिप्पलाद अवतार की पूजा से दूर होता है शनि दोष
श्री पिप्पलाद जी अवतार
राक्षस वृत्तासुर का वध करने के लिए महर्षि श्री दधीचि जी की हड्डियों से ही श्री इंद्र जी ने अपना वज्र बनाकर वृत्तासुर का वध किया था। क्योंकि महर्षि श्री दधीचि जी की हड्डियां शिव के तेज से युक्त और शक्तिशाली थी। महर्षि श्री दधीचि जी की पत्नी श्री सुवर्चा जी जब आश्रम लौटकर वापस […]
Govardhan Pooja Ya Annakoot Parv Diwali Ke Agale Din Manaya Jaata Hai
गोवर्धन पूजा या अन्नकूट पर्व दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है।
कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन उत्सव मनाया जाता है। इस दिन लोग घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करते हैं। इस दिन गायों की सेवा का विशेष महत्व है। इस दिन के लिए मान्यता प्रचलित है कि भगवान कृष्ण ने वृंदावन धाम के लोगों को तूफानी […]
Bhagwan Shiv Ji Ke Avatar Shri Veerabhadra Ji Ki Utpatti Ki Katha
भगवान शिव जी के अवतार श्री वीरभद्र जी के उत्पति की कथा
श्री शिवपुराण जी की रुद्र संहिता द्वितीय खण्ड अध्याय 32 के अनुसार भगवान श्री शिव जी का यह अवतार तब हुआ था, जब दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में श्री सती जी ने अपनी देह का त्याग किया था। भगवान श्री शिव जी के मना करने के उपरांत माँ श्री सती जी अपने पिता दक्ष के द्वारा […]
Kartik Mahine Mein Puja Kaise Karen?
कार्तिक महीने में पूजा कैसे करें?
कुछ वैष्णव दिनांक 16 अक्टूबर एकादशी से 35 दिन पूर्णिमा तक का कार्तिक नियम व्रत लेंगे
और कुछ वैष्णव 20 अक्टूबर पूर्णिमा से अगली पूर्णिमा तक का नियम लेंगे
गृहस्थ विशेषकर महिला वैष्णव 16 अक्टूबर एकादशी से पूर्णिमा तक 35 दिन का नियम लेते हैं, जिससे उनके मासिक धर्म के दिन कवर हो जाते हैं
कार्तिक मास को वैष्णव भाषा में दामोदर मास भी कहा जाता है। इसी […]
Brij Mein Sanjhi Utsav Kab Hota Hai Aur Kisne Ki Isaki Shuruat
बृज में सांझी उत्सव कब होता है और किसने की इसकी शुरुआत
भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से सांझी उत्सव प्रारंभ होता है जो कि भाद्रपद कृष्ण अमावस्या तक चलता है। मन्दिरों में इन दिनों सांझी सजाई जाती है। गांवों की बालिकायें सांझी का खेल खेलती हैं। इसमें अनेक रंग बिरंगे पुष्पों के द्वारा सांझी की रचना की जाती है एवं एकादशी से रंगों की सांझी बनाई जाती है। सांझी कई प्रकार की […]
Mahamrityunjay Mantra Karane Se Pahale In Baton Ka Rakhen Dhyaan
महामृत्युंजय मंत्र करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूः भुवः स्वः।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।
स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं ह्रौं ॐ ॥
शिव के महामृत्युंजय स्वरूप की उपासना दु:ख, रोग और संकट दूर करने में बहुत शुभ मानी गई है। शास्त्रों में इस मंत्र के अलग-अलग रूप में उच्चारण से ज़िंदगी से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करने का […]
Chhathi Maiya ki Pooja is Vajah se Hoti Hai Aur Janene Kaun Hai Chhathi Maiya
छठी मैया की पूजा इस वजह से होती है और जानें कौन है छठी मैया
छठिहार क्यूँ होता है? ये बात हर कोई जानना चाहेगा,,क्यूंकि यदा कदा लोग ये सवाल उठाते रहते हैं। बात कन्हैया की जन्म पश्चात की है, बडा ही मनोरम समय था हर तरफ संगीत और बधाई के गीत बज रहे थे। सारा नन्द ग्राम फूलों से सजा हुआ था, हो भी क्यों न आज कान्हा का छठा […]
Bhakt Ki Bhakti Ke Liye Hanuman Ji Ne Kiya Chamatkar
भक्त की भक्ति के लिए हनुमान जी ने किया चमत्कार
एक पंडित जी रामायण जी की कथा सुना रहे थे। जो लोग वहा कथा सुनने के लिए आते थे वे आनंद विभोर होकर जाते। पंडित जी का नियम था रोज कथा शुरू करने से पहले “आइए हनुमंत जी बिराजिए” कहकर हनुमान जी का आह्वान करते थे, फिर एक घण्टा प्रवचन करते थे। वकील साहब हर रोज कथा सुनने […]
Shri Krshna Ki Teen Adhori Ichchhayen
श्रीकृष्ण की तीन अधूरी इच्छाएं
निकुंज में राधाजी ने श्रीकृष्ण से पूछा-तुम बांसुरी क्यों बजाते हो..?
कृष्ण कहते हैं- तुम्हें बुलाने को
राधा जी कहती है जब तुम बांसुरी बजाते हो… मैं सब कुछ भूलकर, सब छोडछाड कर भागी चली आती हूँ।
श्री कृष्ण कहते हैं ऐसा क्या है मेरी इस बांसुरी में….?
राधा जी कहती है- चितचोर तुम ये प्रेम… ये विरह कभी नहीं समझोगे… यदि तुम राधा होते तब तुम्हें पता चलता।
कृष्ण कहते […]
Kaun Tha Pahla Kanwariya ??
कौन था पहला कावड़िया ??
सर्वप्रथम किसने किया शिव लिंग का जलाभिषेक
श्रावणमास आते ही हर कोई शिव की भक्ति में झूमने लगता है। इस पावन त्यौहार में पूरे उत्तर भारत और अन्य राज्यो से कावड़िये शिव के पवित्र धामो में जाते है तथा वहां से गंगाजल लाकर शिव का जलाभिषेक करते है। कावड़ियो को नंगे पैर बहुत दूर चलकर गंगाजल लाना होता है तथा शर्त यह होती है की कावड़ी, शिव […]
Angrej Engineer Ko Huye Bhagavan Shri Ram Aur Lakshman Ji Ke Darshan
अंग्रेज इंजीनियर को हुए भगवान श्री राम और लक्ष्मण जी के दर्शन
बहुत समय पहले की बात है, एक बार भारत सरकार ने बाँध बनाने का काम इंग्लैंड की कम्पनी को दिया था। बाँध बनाने का काम सफलता पूर्वक लगभग तैयार हो चुका था, सिर्फ थोडा काम ही बाकी था। परीक्षण का दौर भी चल रहा था कि, एक रात अचानक ही मूसलाधार वर्षा होने लगी, जो रुकने का नाम ही […]
Duniya Ka Sabase Dhanavaan Vyakti Kaun?
दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति कौन?
दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी ने पूछा – ‘क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ? बिल गेट्स ने जवाब दिया – हां, एक व्यक्ति इस दुनिया में मुझसे भी अमीर है। कौन -!!!!! बिल गेट्स ने बताया: एक समय मे जब मेरी प्रसिद्धि और अमीरी के दिन नहीं थे। मैं न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर था, वहां सुबह सुबह अखबार […]
Shri Krishna Aur Videshi Bhakt
श्री कृष्णा और विदेशी भक्त
रोनाल्ड निक्सन जो कि एक विदेशी भक्त थे, जो श्री कृष्ण प्रेरणा से ब्रज में आकर बस गये थे। उनका भगवान श्रीकृष्णा से इतना जायदा प्रगाढ़ प्रेम था, कि वे कन्हैया जी को अपना छोटा भाई मानने लगे थे। एक दिन उन्होंने कन्हैया के लिये हलवा बनाकर ठाकुर जी को भोग लगाया, पर्दा हटाकर देखा तो हलवे में छोटी छोटी उँगलियों के निशान थे। जिसे देख […]
Shri Swami Haridas Ji ki Hori Leela
श्रीस्वामी हरिदास जी की होरी-लीला
होरी की एक छोटी लीला, तुमकौं आज सुनामैं।
श्री हरिदास के चमत्कार तै, वाकीफ आज करामैं।।
एक दिना मुदैं नैंनन कौं, बैठै स्वामी प्यारे।
दूर देस ते एक नरेस तब आयौ विनके द्वारे।।
लायौ एक इत्र की सीसी, मोल हो जाकौ भारी।
स्वामी जू के बंद नैंनन में, होरी है रही न्यारी।।
स्वामी जू तै बोलौ राजा, लीजै इत्र कमाल।
केसर और कस्तूरी ते जो, है रह्यौ मालामाल।।
कही की बांकेबिहारी जू कैं, दीजो […]
Vrindavan Dhaam Maha Kumbh Mela
वृंदावन धाम महाकुंभ
महाकुंभ 2021 तारीख
16 फरवरी से होगा मेले का शुभारंभ और 25 मार्च को रंगभरनी एकादशी पर परिक्रमा के साथ होगा समापन।
पहला शाही स्नान वसन्त पंचमी – 16 फरवरी
द्वितीय शाही स्नान माघ पूर्णिमा – 27 फरवरी
तीसरा शाही स्नान विजया एकादशी – 9 मार्च
चौथा शाही स्नान फाल्गुन अमावस्या – 13 मार्च
पाचवा शाही स्नान रंगभरनी एकादशी – 25 मार्च
श्रीब्रज रज व श्रीधाम वृन्दावन की महिमा
एक बार प्रयाग राज का कुम्भ योग […]
Shri Rang Nath Ji Temple Vrindavan
श्री रंग नाथ जी मंदिर वृंदावन
वृन्दावन स्थित दक्षिण भारतीय शैली पर निर्मित ब्रज के प्रमुख श्री रंग मंदिर में श्री गोदरंगमनार भगवान राधा और कृष्ण के रूप में विराजमान हैं। इस मंदिर का निर्माण मथुरा के सेठ श्री लक्ष्मी चंद, श्री राधाकृष्ण एवं श्री गोविंद दास द्वारा श्री रंगदेशिक स्वामी जी के प्रेणना से किया गया। इस मंदिर में दो प्रकार की मूर्ति विराजमान हैं। एक अचल विग्रह जो पासाण […]