1604, 2022

Hanumaan Ji Ke Shvas Se Sun Raamadhun, Mahaadev-Parvati Sang Devalok Utha Jhoom

हनुमान जी के श्वास से सुन रामधुन, महादेव-पार्वती संग देवलोक उठा झूम

रावण के वध के बाद अयोध्यापति श्रीराम ने राजपाट संभाल लिया था और प्रजा राजा श्रीराम जी के राज्य से प्रसन्न थी। एक दिन भगवान शिवजी की इच्छा श्रीराम से मिलने की हुई। माँ पार्वती जी को संग लेकर महादेव कैलाश पर्वत से अयोध्या नगरी के लिए चल दिये। भगवान शिव और मां पार्वती को अयोध्या आया देखकर सीताराम […]

904, 2022

Jab Bhagawan Shri Krsihna Ne Ki Nandababa Ki Raksha

जब भगवान श्रीकृष्ण ने की नंदबाबा की रक्षा

एक बार नंद बाबा और गोपों ने शिवरात्रि के अवसर पर बड़ी उत्सुकता, कौतूहल और आनंद से बैलों से जुती हुई गाड़ियो पर सवार होकर अम्बिकावन की ओर चल पड़े। वहां उन सभी ने सरस्वती नदी में स्नान किया और सर्वान्तर्यामी पशुपति भगवान शंकर जी तथा भगवती अम्बिका जी का बड़ी भक्ति से और अनेक प्रकार की सामग्रियों के द्वारा पूजन किया। उन्होंने […]

204, 2022

Story Navratri Starting Date, Time, Puja Vidhi

नवरात्रि तिथियाँ
माता नवरात्रि गुरुवार, 26 सितम्बर 2022 से प्रारंभ होगी और नवरात्रि का पर्व 05 अक्टूबर 2022 को समाप्त हो जायेगा।
नवरात्रि कैलेंडर
पहला दिन – 26 सितम्बर ( मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है )

दूसरा दिन – 27 सितम्बर ( मां ब्रह्मचारिणी पूजा की जाती है )

तीसरा दिन – 28 सितम्बर ( मां चंद्रघंटा की पूजा )

चौथा दिन – 29 सितम्बर ( मां कुष्मांडा की पूजा )

पांचवा दिन – 30 […]

1203, 2022

Jab Shri Radha Ji Apani Sakhiyon Ko Shri Krishna Sang Holi Khelane Ke Liye Bolati Hai

जब श्री राधा जी अपनी सखियों को श्रीकृष्ण संग होली खेलने के लिए बोलती है

हौं तौ आजु नंदलाला सौं, खेलौंगी सखि होरी।
ललिता बिसाखा अँगना लिपावौ, चौक पुरावौ रोरी॥

मलयज मृगमद केसरि लै लै, मथि-मथि भरौ कमोरी।
नव-सत साजि सिँगार करौ सब, भरहु गुलालहिँ झोरी॥

ज्यौं उडुगन मैं इंदु, सहेलिनि मैं त्यौं राधा गोरी।
इक गोरी अरु इक साँवरि हो, इक चंचल, इक भोरी॥

बरजति सखि, बरज्यौ नहिँ मानै, लै पिचकारी दौरी।
उन रंग लै पिय […]

503, 2022

Shri Radharani Ki Asht Sakhiyon Ki Chitra Sahit Jankari

श्री राधारानी की अष्ट सखियों की चित्र सहित जानकारी

राधा रानी की अष्ट सखियों का चित्र दर्शन और राधा रानी की अष्ट सखियो के बारे मे जानते है…

ललिता सखी – ये सखी श्रीजी की सबसे चतुर और प्रिय सखी है। ललिता सखी राधा रानी को तरह-तरह के खेल खिलाती है। कभी नौका-विहार तो कभी वन-विहार कराती है। ये सखी ठाकुर जी को हर समय बीडा(पान) देती रहती है। ये ऊँचे गाँव […]

2602, 2022

Jab Bhagwan Bane Bhakt Ke Sakshi Katha Shri Sakshigopal Ji

जब भगवान बने भक्त के साक्षी कथा श्री साक्षीगोपाल जी

ईश्वर है या नहीं इस विषय पर आज भी तर्क-वितर्क होते रहते हैं। जो मानते हैं कि ईश्वर है उनके लिए उनका निराकार रूप भी उतना ही महत्व रखता है, जितना कि ईश्वर का साकार रूप। इसलिए ईश्वर को हर हाल में मानने वालों को आस्तिक और उन्हें न मानने वालों को नास्तिक कहते हैं। ऐसे कुछ आस्तिक भक्तों का […]

1902, 2022

Girdhari Bhi Nahi Taal Sakte Guru Ki Baat

गिरिधारी भी नही टाल सकते गुरू की बात

वृंदावन के एक आश्रम मे एक संत के पास कुछ शिष्य रहते थे, उनमे से एक शिष्य मंद बुद्धि का था। गुरु देव ने सभी शिष्यों को बुलाया और सभी से कहा आप सभी एक माहा के लिए ब्रज मे अलग-अलग स्थान पर जाकर रहने की आज्ञा दी और मंद बुद्धि से भी बरसाने में जाकर रहने को कहा। मंद बुद्धि शिष्य […]

2901, 2022

Ram Naam ki Mahima Aur Pretaraj

राम नाम की महिमा और प्रेतराज

एक संत महात्मा श्यामदासजी रात्रि के समय में भगवान “श्रीराम” नाम का अजपाजाप करते हुए अपनी धुन में चले जा रहे थे। जाप करते हुए एक घने जंगल में से गुज़र रहे थे। संत श्यामदासजी विरक्त होने के कारण बार-बार देशाटन करते रहते थे। वे किसी एक स्थान पर अधिक समय नहीं रहते थे। वे इश्वर नाम प्रेमी थे। इस कारण दिन-रात उनके श्रीमुख से […]

2712, 2021

Jaaniye Puran Kya Hai Aur Kitne Hain Puranon Ki Sankshipt Janakari

जानिए पुराण क्या है और कितनी है पुराणों की संक्षिप्त जानकारी
मित्रों, आज हम सभी अट्ठारह पुराणों के कुछ पहलुओं को संक्षिप्त में समझने की कोशिश करेंगे, पुराण शब्द का अर्थ ही है प्राचीन कथा, पुराण विश्व साहित्य के सबसे प्राचीन ग्रँथ हैं, उन में लिखित ज्ञान और नैतिकता की बातें आज भी प्रासंगिक, अमूल्य तथा मानव सभ्यता की आधारशिला हैं, वेदों की भाषा तथा शैली कठिन है, पुराण उसी ज्ञान […]

1812, 2021

Mahadev Ji Ke Pipplad Avatar Ki Pooja Se Door Hota Hai Shani Dosh

महादेव के पिप्पलाद अवतार की पूजा से दूर होता है शनि दोष

श्री पिप्पलाद जी अवतार

राक्षस वृत्तासुर का वध करने के लिए महर्षि श्री द‍धीचि जी की हड्डियों से ही श्री इंद्र जी ने अपना वज्र बनाकर वृत्तासुर का वध किया था। क्योंकि महर्षि श्री द‍धीचि जी की हड्डियां शिव के तेज से युक्त और शक्तिशाली थी। महर्षि श्री द‍धीचि जी की पत्नी श्री सुवर्चा जी जब आश्रम लौटकर वापस […]

511, 2021

Govardhan Pooja Ya Annakoot Parv Diwali Ke Agale Din Manaya Jaata Hai

गोवर्धन पूजा या अन्नकूट पर्व दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है।

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन उत्सव मनाया जाता है। इस दिन लोग घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करते हैं। इस दिन गायों की सेवा का विशेष महत्व है। इस दिन के लिए मान्यता प्रचलित है कि भगवान कृष्ण ने वृंदावन धाम के लोगों को तूफानी […]

2410, 2021

Bhagwan Shiv Ji Ke Avatar Shri Veerabhadra Ji Ki Utpatti Ki Katha

भगवान शिव जी के अवतार श्री वीरभद्र जी के उत्पति की कथा

श्री शिवपुराण जी की रुद्र संहिता द्वितीय खण्ड अध्याय 32 के अनुसार भगवान श्री शिव जी का यह अवतार तब हुआ था, जब दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में श्री सती जी ने अपनी देह का त्याग किया था। भगवान श्री शिव जी के मना करने के उपरांत माँ श्री सती जी अपने पिता दक्ष के द्वारा […]

1710, 2021

Kartik Mahine Mein Puja Kaise Karen?

कार्तिक महीने में पूजा कैसे करें?

कुछ वैष्णव दिनांक 16 अक्टूबर एकादशी से 35 दिन पूर्णिमा तक का कार्तिक नियम व्रत लेंगे

और कुछ वैष्णव 20 अक्टूबर पूर्णिमा से अगली पूर्णिमा तक का नियम लेंगे

गृहस्थ विशेषकर महिला वैष्णव 16 अक्टूबर एकादशी से पूर्णिमा तक 35 दिन का नियम लेते हैं, जिससे उनके मासिक धर्म के दिन कवर हो जाते हैं

कार्तिक मास को वैष्णव भाषा में दामोदर मास भी कहा जाता है। इसी […]

2409, 2021

Brij Mein Sanjhi Utsav Kab Hota Hai Aur Kisne Ki Isaki Shuruat

बृज में सांझी उत्सव कब होता है और किसने की इसकी शुरुआत
भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से सांझी उत्सव प्रारंभ होता है जो कि भाद्रपद कृष्ण अमावस्या तक चलता है। मन्दिरों में इन दिनों सांझी सजाई जाती है। गांवों की बालिकायें सांझी का खेल खेलती हैं। इसमें अनेक रंग बिरंगे पुष्पों के द्वारा सांझी की रचना की जाती है एवं एकादशी से रंगों की सांझी बनाई जाती है। सांझी कई प्रकार की […]

1809, 2021

Mahamrityunjay Mantra Karane Se Pahale In Baton Ka Rakhen Dhyaan

महामृत्युंजय मंत्र करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूः भुवः स्वः।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌।
स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं ह्रौं ॐ ॥
शिव के महामृत्युंजय स्वरूप की उपासना दु:ख, रोग और संकट दूर करने में बहुत शुभ मानी गई है। शास्त्रों में इस मंत्र के अलग-अलग रूप में उच्चारण से ज़िंदगी से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करने का […]

709, 2021

Chhathi Maiya ki Pooja is Vajah se Hoti Hai Aur Janene Kaun Hai Chhathi Maiya

छठी मैया की पूजा इस वजह से होती है और जानें कौन है छठी मैया

छठिहार क्यूँ होता है? ये बात हर कोई जानना चाहेगा,,क्यूंकि यदा कदा लोग ये सवाल उठाते रहते हैं। बात कन्हैया की जन्म पश्चात की है, बडा ही मनोरम समय था हर तरफ संगीत और बधाई के गीत बज रहे थे। सारा नन्द ग्राम फूलों से सजा हुआ था, हो भी क्यों न आज कान्हा का छठा […]

3008, 2021

Bhakt Ki Bhakti Ke Liye Hanuman Ji Ne Kiya Chamatkar

भक्त की भक्ति के लिए हनुमान जी ने किया चमत्कार

एक पंडित जी रामायण जी की कथा सुना रहे थे। जो लोग वहा कथा सुनने के लिए आते थे वे आनंद विभोर होकर जाते। पंडित जी का नियम था रोज कथा शुरू करने से पहले “आइए हनुमंत जी बिराजिए” कहकर हनुमान जी का आह्वान करते थे, फिर एक घण्टा प्रवचन करते थे। वकील साहब हर रोज कथा सुनने […]

1508, 2021

Shri Krshna Ki Teen Adhori Ichchhayen

श्रीकृष्ण की तीन अधूरी इच्छाएं

निकुंज में राधाजी ने श्रीकृष्ण से पूछा-तुम बांसुरी क्यों बजाते हो..?

कृष्ण कहते हैं- तुम्हें बुलाने को
राधा जी कहती है जब तुम बांसुरी बजाते हो… मैं सब कुछ भूलकर, सब छोडछाड कर भागी चली आती हूँ।

श्री कृष्ण कहते हैं ऐसा क्या है मेरी इस बांसुरी में….?
राधा जी कहती है- चितचोर तुम ये प्रेम… ये विरह कभी नहीं समझोगे… यदि तुम राधा होते तब तुम्हें पता चलता।

कृष्ण कहते […]

1008, 2021

Kaun Tha Pahla Kanwariya ??

कौन था पहला कावड़िया ??

सर्वप्रथम किसने किया शिव लिंग का जलाभिषेक

श्रावणमास आते ही हर कोई शिव की भक्ति में झूमने लगता है। इस पावन त्यौहार में पूरे उत्तर भारत और अन्य राज्यो से कावड़िये शिव के पवित्र धामो में जाते है तथा वहां से गंगाजल लाकर शिव का जलाभिषेक करते है। कावड़ियो को नंगे पैर बहुत दूर चलकर गंगाजल लाना होता है तथा शर्त यह होती है की कावड़ी, शिव […]

3005, 2021

Angrej Engineer Ko Huye Bhagavan Shri Ram Aur Lakshman Ji Ke Darshan

अंग्रेज इंजीनियर को हुए भगवान श्री राम और लक्ष्मण जी के दर्शन

बहुत समय पहले की बात है, एक बार भारत सरकार ने बाँध बनाने का काम इंग्लैंड की कम्पनी को दिया था। बाँध बनाने का काम सफलता पूर्वक लगभग तैयार हो चुका था, सिर्फ थोडा काम ही बाकी था। परीक्षण का दौर भी चल रहा था कि, एक रात अचानक ही मूसलाधार वर्षा होने लगी, जो रुकने का नाम ही […]